एक अनुभवी सज्जन एक युवा एशियाई एमआईएलए में सांत्वना चाहता है, उसकी विशेषज्ञता से पता चलता है कि वह उसे कुशलता से प्रसन्न करती है। जब वह उसे विशेषज्ञतापूर्वक सेवा देती है तो उनकी केमिस्ट्री प्रज्वलित हो जाती है, जिसका समापन एक भावुक मुठभेड़ में होता है।